aayushi shah kshamapana şarkı sözleri
मिच्छामि दुक्कडम् मांगी आपणे
आतम ने अजवाळीए
द्वेष भाव ने भूली जईने
क्षमा भावना भाविए
मिच्छामि दुक्कडम् मांगी आपणे
आतम ने अजवाळीए ।
जाणे अजाणे...
जाणे अजाणे थई भूलो ने
ह्रदय मां थी सिधावीए
पापो ने विसरावी...
पापो ने विसरावी आपणे
पून्य ने अजवाळीए
सौ जिवो ने...
सौ जिवो ने प्रेम आपी
शत्रुता भूलावीए...
मिच्छामि दुक्कडम् मांगी आपणे
आतम ने अजवाळीए ।
एक मेक ना...
एक मेक ना सौ थई जईए
भावना एवी भावीए
दोरंगी दुनिया...
दोरंगी दुनिया ने छोडी
एकता मां राचीए
वेर झेर ने...
वेर झेर ने भूली जईने
माफी सौ नी मांगीए...
खमत खामणां मांगी आपणे
आतम ने अजवाळीए।
रोग अने भय...
रोग भय आतंक थी पीड़ित
सर्व जिवो ने उगारिए
विश्व नां आ...
विश्व नां आ कपरा युग ने
वीर व्हाल थी सिंचिए
जिवदया नो...
जिवदया नो धर्म आपणो
ए ज मारगे चालीए...
मिच्छामि दुक्कडम् मांगी आपणे
आतम ने अजवाळीए ।।