abhilasha banthia mohabbat ka gum hai şarkı sözleri

मोहब्बत का गुम है मिले जितना कम है यह तो ज़माना नहीं जान पाएगा मेरा जो सनम है ज़रा बेरहम है देखे मुझे वो दर्द मूस्कुराएगा दिल को ऐसे दिलबर पे भी नाज़ होता है हो हो हो हो हो किसी से तुम प्यार करो तो फिर इजहार करो कहीं न फिर देर हो जाए कहीं न फिर देर हो जाए किसी से से तुम प्यार करो तो फिर इजहार करो कहीं न फिर देर हो जाए कहीं न फिर देर हो जाए हो यही तो दिल चुराने का अंदाज़ होता है हो किसी तुम प्यार करो तो फिर इजहार करो कहीं न फिर देर हो जाए कहीं न फिर देर हो जाए हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म मुबारक समा है खुशी का जहां है ये दिन कोई तो नया गुल खिलाएगा नज़र से बयां है ये वो दास्तां है चाहत को कैसे कोई भी छुपाएगा हो आशिक़ों की आँखों में ये राज़ होता है हो हो हो हो हो किसी से तुम प्यार करो तो फिर इजहार करो कहीं ना फिर देर हो जाए कहीं ना फिर देर हो जाए किसी से तुम प्यार करो तो फिर इजहार करो कहीं न फिर देर हो जाए कहीं न फिर देर हो जाए हो यही तो दिल चुराने का अंदाज़ होता है हो हो हो हो हो किसी से तुम प्यार करो तो फिर इजहार करो कहीं न फिर देर हो जाए कहीं न फिर देर हो जाए
Sanatçı: Abhilasha Banthia
Türü: Belirtilmemiş
Ajans/Yapımcı: Belirtilmemiş
Şarkı Süresi: 3:34
Toplam: kayıtlı şarkı sözü
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