abhilasha banthia mohabbat ka gum hai şarkı sözleri
मोहब्बत का गुम है
मिले जितना कम है
यह तो ज़माना नहीं जान पाएगा
मेरा जो सनम है ज़रा बेरहम है
देखे मुझे वो दर्द मूस्कुराएगा
दिल को ऐसे दिलबर पे भी
नाज़ होता है
हो हो हो हो हो
किसी से तुम प्यार करो
तो फिर इजहार करो
कहीं न फिर देर हो जाए
कहीं न फिर देर हो जाए
किसी से से तुम प्यार करो
तो फिर इजहार करो
कहीं न फिर देर हो जाए
कहीं न फिर देर हो जाए
हो यही तो दिल चुराने का अंदाज़ होता है
हो किसी तुम प्यार करो
तो फिर इजहार करो
कहीं न फिर देर हो जाए
कहीं न फिर देर हो जाए
हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म हम्म
मुबारक समा है
खुशी का जहां है
ये दिन कोई तो नया गुल खिलाएगा
नज़र से बयां है ये वो दास्तां है
चाहत को कैसे कोई भी छुपाएगा
हो आशिक़ों की आँखों में ये राज़ होता है
हो हो हो हो हो
किसी से तुम प्यार करो
तो फिर इजहार करो
कहीं ना फिर देर हो जाए
कहीं ना फिर देर हो जाए
किसी से तुम प्यार करो
तो फिर इजहार करो
कहीं न फिर देर हो जाए
कहीं न फिर देर हो जाए
हो यही तो दिल चुराने का अंदाज़ होता है
हो हो हो हो हो
किसी से तुम प्यार करो
तो फिर इजहार करो
कहीं न फिर देर हो जाए
कहीं न फिर देर हो जाए

