abhinav kumar chalo jeete hain şarkı sözleri
आँखों में भरते हैं सूरज
धुप को वो पीते हैं
है आग जिनके लहू में
आसमां वो छूते हैं
भर के तारे हजारों मुट्ठी में
होंगे जुगनू से रोशन किसी दिल में
हो सके किसी के वास्ते
चलो जीते हैं
हो सके किसी के वास्ते
चलो जीते हैं
चलो जीते हैं
चलो जीते हैं
तू है समंदर
तू है किनारा
बाहें फैला के
तू दे दे सहारा
कस के पकड़ ले
हाथ उसका
जिसनें भी तुझको
है दिल से पुकारा
बांटोगे जितना
बढ़ेगा ये उतना
है प्रेम का ये
गणित न्यारा
देखो ज़रा सर उठा कर
दिल उधड़े उधड़े हैं
है साँस की डोर जब तक
इन दिलों को सीते हैं
भर के तारे हजारों मुट्ठी में
होंगे जुगनू से रोशन किसी दिल में
हो सके किसी के वास्ते
चलो जीते हैं
हो सके किसी के वास्ते
चलो जीते हैं
चलो जीते हैं, चलो जीते हैं

