abhishek vishwakarma baarish ki boondein şarkı sözleri
बारिश की बूँदें देखो
कहलाती है ये मुझसे
अनकही सी एक दास्तान
रिम झिम सी थी वो नज़रे
थम सी गयी थी कबसे
मिलने को तरसे हम जहाँ
मिट्टी की खुश्बू लाई
घने बादलों से बरसाई
पल दो पल मे ये कैसे
मौसम ने ली अंगड़ाई
न रे न रे न न ना र
न रे न रे न न ना र
न रे न रे न न ना न ना
खुशियों के खत वो लेकर
ज़मीन पे मिलने आई
भुला के सारे गुम वो
तेरे संग यू लहराई
खिल सी उठी वो राहे
ओह राही ओह राही रे
आ लौट चल घर अपने
रंग दे अधूरे सपने
हे हो हो हो

