anamika wakhare chand ki tarah şarkı sözleri
चाँद की तरह , रात ये सजे,
कैसे जी लगे तेरे बिन
बेकरार है, साज़ ए दिल मेरा,
कैसे धुन बजे तेरे बिन
आ भी जाओ साथिया
यूँ न सताओ माहिया
सूनी है तुम बिन
सरगम, शबनम, हर दम ||1||
चाँद ने छुआ, रात का समाँ, महकने लगा आसमाँ
दिल को छू लिया, इश्क ने जभी, दर्द हो गए बेज़ुबाँ
रौशन रौशन बने पल पल अपने
तेरे आँगन मिले सारे सपने
अब कैसी यें दूरियाँ
जी लूँ कैसे (मैं) पिया
पल भर भी दिल ये
मानें ना, कहना, सजना ।।

