anuradha paudwal ab door jana hai mushkil sanam şarkı sözleri
मोहब्बत में इतने करीब आ गये हम
के अब डोर जाना है मुश्किल सनम
मोहब्बत में इतने करीब आ गये हम
के अब डोर जाना है मुश्किल सनम
निगाहों में बस तुम ही तुम बस गये हो
तुम्हें भूल पाना मुश्किल सनम
मोहब्बत में इतने करीब आ गये हम
के अब डोर जाना है मुश्किल सनम
मोहब्बत में इतने करीब आ गये हम
के अब डोर जाना है मुश्किल सनम
निगाहों में बस तुम ही तुम बस गये हो
तुम्हें भूल पाना मुश्किल सनम
मोहब्बत में इतने करीब आ गये हम
के अब डोर जाना है मुश्किल सनम
तुम्हारी खुशी में हमारी खुशी है
हमें आपसे इस कदर आशिक़ी है
तुम्हारे लिए हम दिलो जान लूटड़े
अगर तुम कहो यह भी करके दिखा दे
करीब और आओ गले से लगाओ
खुदरा अब तो नज़ारे करम
मोहब्बत में इतने करीब आ गये हम
के अब डोर जाना है मुश्किल सनम
दुआव में जब हाथ हुँने उठाया
तुम्हें हुँने माँगा तुम्हें हुँने पाया
हन करे किस तराहा शुक्रिया खुदा का
दिया जिसने तोहफा हमें दिलरुबा का
तुम्हारी वफ़ा ओ को सजदा करेंगे
यह वाडा हैं तुमसे तुम्हारी कसम
मोहब्बत में इतने करीब आ गये हम
के अब डोर जाना है मुश्किल सनम
निगाहों में बस तुम ही तुम बस गये हो
तुम्हें भूल पाना मुश्किल सनम
मोहब्बत में इतने करीब आ गये हम
के अब डोर जाना है मुश्किल सनम
मोहब्बत में इतने करीब आ गये हम
के अब डोर जाना है मुश्किल सनम