anuradha paudwal ansuon ko tham le şarkı sözleri
आंसुओं को थाम ले सब्र से जो काम ले
आफतों से ना डरे मुश्किलों को हल करे
अपने मन की जिस के हाथ में लगाम है
आदमी उसी का नाम है
आदमी उसी का नाम है
हो ओ आंसुओं को थाम ले सब्र से जो काम ले
आफतों से ना डरे मुश्किलों को हल करे
अपने मन की जिस के हाथ में लगाम है
आदमी उसी का नाम है
हो ओ आदमी उसी का नाम है
बेसहारा होके भी सहारा ढूंढ ले
बेसहारा होके भी सहारा ढूंढ ले
चिर के भँवर को जो किनारा ढूंढ ले
ज़िन्दगी संग्राम है, संग्राम में लगा रहे
फल की आशा छोड़ के जो काम में लगा रहे
आराम जिसके वास्ते सदा हराम है
आदमी उसी का नाम है
हो ओ आदमी उसी का नाम है
ये ज़माना चाहे जिसके हाथों में ना हाथ दे
ये ज़माना चाहे जिसके हाथों में ना हाथ दे
खुद ब खुद ही चल पड़े अगर कोई ना साथ दे
कब किसे डरे नहीं क्या कहना उसकी शान के
वक़्त का मुकाबला करे जो सीना तान के
जिसकी हर एक साँस देती प्यार का पैगाम है
आदमी उसी का नाम है
आदमी उसी का नाम है
हो ओ आंसुओं को थाम ले सब्र से जो काम ले
आफतों से ना डरे मुश्किलों को हल करे
अपने मन की जिस के हाथ में लगाम है
आदमी उसी का नाम है
हो ओ आदमी उसी का नाम है