anuradha paudwal na hoti dosti tumse şarkı sözleri
न होती दोस्ती तुमसे
न दुनिया को जलन होती
न बांटे प्यार के दुसमन
न सीने में छुबन होती
न होती दोस्ती तुमसे
न दुनिया को जलन होती
न बांटे प्यार के दुसमन
न सीने में छुबन होती
जो निकले बंद कमरे से
ज़माने की उठि आँखे
जो निकले बंद कमरे से
ज़माने की उठि आँखे
इशारा करके दोनों को
तनो में हुयी बाटे
न हमको देखता कोई
न आँखों में अगन होती
न बांटे प्यार के दुसमन
न सीने में छुबन होती
मोहब्बत समझ हैं दिलो की
समझती क्यों नहीं दुनिया
मोहब्बत समझ हैं दिलो की
समझती क्यों नहीं दुनिया
हमेशा चाहने वालों से
उलझती क्यों हैं दुनिया
मिटा देती जो नफरत
तो ये दुनि चमन होती
न बांटे प्यार के दुसमन
न सीने में छुबन होती
ज़माने में हुआ चर्चा
निगाहों से दिल के बैया पर
ज़माने में हुआ चर्चा
निगाहों से दिल के बैया पर
तेरा नाम आने लगा हैं
मेरे साथ सबकी जुबां पर
अगर हौं ज़माने से डरते
न पूरी ये लगन होती
न बनते प्यार के दुसमन
न सीने में छुबन होती
न होती दोस्ती तुमसे
न दुनिया को जलन होती
न बनते प्यार के दुसमन
न सीने में छुबन होती