apoorv gupta teri palkey şarkı sözleri
तेरी पालकी झुके तो मेरी शाम ढाले
तेरी पालके उठते तो मेरी शुभ चले
मेरे शब में मेरे दिल में
मेरे पल में मेरे कल में
मेरे शब में शब में
मेरे दिल में दिल में
मेरे पल में हा कल में
तेरे अरमान तले तेरे अरमान पाले
आ आ आ
तेरी पालकी झुके तो मेरी शाम ढाले
तेरी पालके उठते तो मेरी सुबह चले
आंख में भरके चाहरा तेरा
रोज़ घुजरता है दिन मेरा
ख़्वाबों में तेरे खोया रहूं
क्या के शिवा कुछ ना कहूं
तू ही रहती है अब
मेरे हर घड़ी रुबरू
मेरी मंजिल जाना
तेरे इन दो कदमो टेल
तेरी बात करू तो मेरे होठ खिले
तुझे याद करू तो मेरी रात ढले
मेरे शब में मेरे दिल में
मेरे पल में मेरे कल में
मेरे शब में शब में
मेरे दिल में दिल में
मेरे पल में हा कल में
तेरे अरमान तले तेरे अरमान पाले
ओ ओ ओ
तेरी पालकी झुके तो मेरी शाम ढाले
सांस भी लूं ये महुलत नहीं
प्यार से तेरे फुर्सत नहीं
पा लिया मैंने सारा जहां:
यार से बढ़ा कर दौलत नहीं
दिल की मेरी सून ले मेरे दिल से
है याही आरज़ू..
मेरी याद मेरा दिल में जाना
बुझे बीना जले
तेरी पालकी झुके तो मेरी शाम ढाले
तेरी पालके उठते तो मेरी शुभ चले
मेरे शब में मेरे दिल में
मेरे पल में मेरे कल में
मेरे शब में शब में
मेरे दिल में दिल में
मेरे पल में हा कल में
तेरे अरमान टेल तेरे अरमान तले
ओ ओ ओ
तेरी पालकी झुके तो मेरी शाम ढाले
तेरी पालके उठते तो मेरी शुभ चले

