asha bhosle do boonden sawan ki haye şarkı sözleri

दो बूँदें सावन की हाय दो बूँदें सावन की एक सागर की सिप में टपके और मोती बन जाए दूजी गंदे जल में गिरकर अपना आप गवाये किसको मुजरिम समझे कोई किसको दोष लगाए हां किसको दोष लगाए दो बूँदें सावन की हाय दो बूँदें सावन की दो कलियां गुलशन की हाय दो कलियां गुलशन की एक सेहरे के बिच गधे और मन ही मन इतराये एक अर्थी की भेट चढ़े और धूलि में मिल जाए किसको मुजरिम समझे कोई किसको दोष लगाए हां किसको दोष लगाए दो कलियां गुलशन की हाय दो कलियां गुलशन की दो सखियां बचपन की हाय दो सखियां बचपन की एक सिंहासन पर बैठे और रुपमति कहलाये दूजी अपने रूप के कारण गलियों में बिक जाए किसको मुजरिम समझे कोई किसको दोष लगाए हां किसको दोष लगाए दो सखियां बचपन की
Sanatçı: Asha Bhosle
Türü: Belirtilmemiş
Ajans/Yapımcı: Belirtilmemiş
Şarkı Süresi: 4:04
Toplam: kayıtlı şarkı sözü
Asha Bhosle hakkında bilgi girilmemiş.

Fotoğrafı