asha bhosle in ankhon se nazar ka tir şarkı sözleri
बड़े नादाँ हो
उलझे हो तुम आकर हसीनों से
बिना सोचे लड़ाई
तुमने आँखें नाज़नीनों से
इन आँखों से नज़र का
इन आँखों से नज़र का
तीर चल जाता तो क्या होता
जी चल जाता तो क्या होता
जी चल जाता तो क्या होता
ज़रा सोचो तुम्हारा दम निकल जाता तो क्या होता
निकल जाता तो क्या होता
निकल जाता तो क्या होता जी
अजी अब तुम यहां क्या करने आये क्यों
भला क्या करने आये अजी केहदो
के आहें भरने आये हाय
के आहें भरने आये
घनी जुल्फों की छाँव में बेचारे मरने आये हाय
बेचारे मरने आये
न जाने कितने धोखे
तुमने आँखों में छिपाए हैं
बुतों पर तुमने आकर
तीर उल्फ़त के चलाये हैं
जो भूले से हमारा
जो भूले से हमारा
हाथ चल जाता हो क्या होता
जी चल जाता हो क्या होता
जी चल जाता हो क्या होता
ज़रा सोचो तुम्हारा दम
निकल जाता तो क्या होता
निकल जाता तो क्या होता जी
झुकी आँखें
निगाहें नीची नीची
हम्म निगाहें नीची नीची
जी होंठों पर हँसी है
फीकी फीकी है
हंसी है फीकी फीकी
हुए ठंडे सुनी बातें हमें सीखि सीखी
जी की बातें तीखी तीखी
हमारे सामने तुमने
दिल अपने दूर से फेंके न ये सोचा
कोई मेहंदी रचे इन शोख क़दमों से
तुम्हारे दिल को यूँ यूं यूं
तुम्हारे दिल को यूँ यूं यूं
मसल जाता तो क्या होता
मसल जाता तो क्या होता
मसल जाता तो क्या होता
इन आँखों से नज़र के तीर
चल जाता तो क्या होता
जी चल जाता तो क्या होता
ज़रा सोचो तुम्हारा दम
निकल जाता तो क्या होता
निकल जाता तो क्या होता जी