asha bhosle kal raat usne sapne mein [jhankar beats] şarkı sözleri
कल रात उसने कल रात उसने सपने में मुझको छेड़ा कल रात उसने
कभी इस करवट कभी उस करवट
दीवाना रहा कभी तन से लिपट कभी मॅन से लिपट हाँ
हाँ कल रात उसने सपने में मुझको छेड़ा कल रात उसने
बड़ा दीवाना है वो तो प्रेम के राग सुनाए
बड़ा दीवाना है वो तो प्रेम के राग सुनाए
मोरी गोरी चुनर मोहे लगता है डर कहीं मैली ना हो जाए
मोहे पास बुलाए मैं ना जाउ खुद आए
उसे लाज ना आए मोहे अंग लगाए फिर सारे दीप बुझाए
डर के बोली ओ हमजोली कल का वादा बिल्कुल पक्का
वो मुस्कुराता रहा कभी ऐसे पलट कभी वैसे पलट
दीवाना रहा कभी तन से लिपट कभी मन से लिपट हाँ
हाँ कल रात उसने सपने में मुझको छेड़ा कल रात उसने
बड़ा नटखट है वो बन गया रे कृष्ण कन्हाई
बड़ा नटखट है वो बन गया रे कृष्ण कन्हाई
मैं जमुना में नहाने गयी और उसने चाल चलाई
मेरी साड़ी चुराई मेरी अंगिया चुराई
मैं पैयाँ पड़ी मैने बीनती करी नही माना रे राम दुहाई
बोला राधा संगम होगा मैं क्या कहती वादा जो था
मैं शरमाती रही कभी ऐसे सिमट कभी वैसे सिमट
दीवाना रहा कभी तन से लिपट कभी मॅन से लिपट हाँ
हाँ कल रात उसने सपने में मुझको छेड़ा कल रात उसने