asha bhosle kamai to bahut phir bhi şarkı sözleri

कमाई कमाई कमाई तो बहुत फिर भी कड़की हरदम रहती है कमाई तो बहुत फिर भी कड़की हरदम रहती है कुछ मेहंगाई ले जाती कुछ बीवी उड़ाती है बीवी उड़ाती है हो हो हो हो हो बुजर्गो का ये कहना है घर तो मर्द लुटते है बुजर्गो का ये कहना है घर तो मर्द लुटते है हो लाख मुसीबत हो औरत घर को बनाती है औरत घर को बनाती है कमाई तो बहुत फिर भी कड़की हरदम रहती है है उनकी साड़ियाँ दस बीस हमारे कपडे ले दे चार है हा हा है उनकी साड़ियाँ दस बीस हमारे कपडे ले दे चार है है उनकी रोज दीवाली दिवाला निकला हमरा यार सोने के हाथ में कंगन हिरे की कान में बाली छनके पैर में पायल आहे रे पायल ओ पायल आहे रे पायल छनके पैर में पायल पति का बटवा है खली लगाकर शेंट लगाकर शेंट मेहंगा ये नखरे सो सो दिखती है हो कुछ महंगाई ले जाती कुछ बीवी उड़ाती है कुछ बीवी उड़ाती है बुजर्गो का ये कहना है घर तो मर्द लुटते है बसे चलती है लेकिन वो टैक्सी में जाते है बसे हाय हाय हाय बसे चलती है लेकिन वो टैक्सी में जाते है चले जब काम बीडी से सदा सिगरेट वो पीते है लगाकर आंख पर चश्मा सिनेमा खूब जाते है घर का छोड़कर खाना हाय खाना रे खाना हाय रे खाना घर का छोड़कर खाना सदा होटल में ही खाते है पिया रूठे मानते है कभी घर को सजाते है हो लाख मुसीबत हो औरत घर को बनाती है औरत घर को बनाती है अब बस कमाई तो बहुत फिर भी कड़की हरदम रहती है पहन कर रेश्मी जोड़ा हमे जलवा दिखावट है कभी जो देर से आओ सुभा मनवा मिलावट है नमक मिर्च वो डाले फूँक जली रोटी खिलावट है चले न जब चल कोई हा री चले न जब चल कोई तो वो बेलन दिखावट है जेब होती है जब खली याद बस बीवी आती है बचत के पैसे से हरदम उधारी वो चुकाती है जवानी में सतावत है भूडपे में निभाती है पति की सेवा कर बीवी सुखी जीवन बनती है बुजर्गो का ये कहना है घर तो मर्द लुटते है हो लाख मुसीबत हो औरत घर को बनाती है औरत घर को बनाती है ल ल ल ला ला ला ला ला ल
Sanatçı: Asha Bhosle
Türü: Belirtilmemiş
Ajans/Yapımcı: Belirtilmemiş
Şarkı Süresi: 5:52
Toplam: kayıtlı şarkı sözü
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