asha bhosle rajai odh ke şarkı sözleri
रजाई ओढ़ के ठंड में सोये
रजाई ओढ़ के ठंड में सोये
मीठे मीठे सपनों में हम तुम खोये
रजाई ओढ़ के ठंड में सोये
मीठे मीठे सपनों में हम तुम खोये
राम करे कभी सुबह ना होये
राम करे कभी सुबह ना होये
रजाई ओढ़ के ठंड में सोये
मीठे मीठे सपनों में हम तुम खोये
हो बर्फ यूं पड़ती रही हवाएं चलती रही
सर्दियां बढ़ती रही मस्तियां चढ़ती रही
ना पसीना ना घुटन ना है गर्मी की जलन
हो गए एक दो बदन कितना प्यारा है मिलन
राम करे कभी सुबह ना होये
राम करे कभी सुबह ना होये
रजाई ओढ़ के ठंड में सोये
मीठे मीठे सपनों में हम तुम खोये
बंद कमरे में है हम तोड़ के सारा भरम
दूरियां हो गई कम ये है मौसम का करम
तेरे सीने पे है सर कोई डर है ना फिकर
करके चाहत का सफर रात हो जाए अमर
राम करे कभी सुबह ना होये
राम करे कभी सुबह ना होये
रजाई ओढ़ के ठंड में सोये
मीठे मीठे सपनों में हम तुम खोये
आंख से आंख लड़ी
दिल की बेचैनी बढ़ी
प्रीत परवान चढ़ी
काश रुक जाए घड़ी
तुम हो मौजूद यही
अभी आए ना यकीन
छोड़ जाना ना कहीं
रात थम जाए यही
राम करे कभी सुबह ना होये
राम करे कभी सुबह ना होये
रजाई ओढ़ के ठंड में सोये
मीठे मीठे सपनों में हम तुम खोये
रजाई ओढ़ के ठंड में सोये
मीठे मीठे सपनों में हम तुम खोये
राम करे कभी सुबह ना होये
राम करे कभी सुबह ना होये