atif aslam main agar [lofi flip] şarkı sözleri
मैं अगर सितारों से चुरा के लाऊँ रोशनी
हवाओं से चुरा के लाऊँ रागिनी
ना पूरी हो सकेगी उनसे मगर तेरी कमी
मैं अगर नज़ारों से चुरा के लाऊँ रंगतें
मज़ारों से चुरा के लाऊँ बरकतें
ना पूरी हो सकेगी उनसे मगर तेरी कमी
ये दुनिया पराई है, बस एक अपना है तू
जो सच हो मेरा वो सवेरे का सपना है तू
देखूँगा तेरा रास्ता, हो कुछ तुझे बस ख़ुदा-न-ख़ास्ता
हो, तेरे बिना उम्र के सफ़र में बड़ा ही तनहा हूँ मैं
रफ़्तार जो वक्त की पकड़ ना सके वो लमहा हूँ मैं
फ़ागुन के महीने तेरे बिना हैं फीके
जो तू नहीं तो सारे सावन मेरे सूखे
मैं अगर किताबों से चुरा के लाऊँ क़ायदे
हिसाबों से चुरा के लाऊँ फ़ायदे
ना पूरी हो सकेगी उनसे मगर तेरी कमी
मैं अगर सितारों से चुरा के लाऊँ रोशनी
हवाओं से चुरा के लाऊँ रागिनी
ना पूरी हो सकेगी उनसे मगर तेरी कमी
देखूँगा तेरा रास्ता, हो कुछ तुझे बस ख़ुदा-न-ख़ास्ता
ख़ुदा-न-ख़ास्ता
ख़ुदा-न-ख़ास्ता
ख़ुदा-न-ख़ास्ता