atul gupta paas tum raho şarkı sözleri
तू ही है इस हवा में
मुझसे नज़र तो मिलाओ
तेरी ख़यालों से दिन बीते
दिलो की चाहत हो तुम
क्यू ना कभी मेरे पास तुम रहो
जाने की अब बात ना करो
तुझसे मिलती राहत दिल में
बिन तेरे यह पल बीते जाए
क्यू ना कभी मेरे पास तुम रहो
लिखे थे जो खवाब तो सुनो
चले नये शहरों मैं
इस राहों मैं बस गुम होज़ाये
क्यू ना कभी मेरे पास तुम रहो
ओह ओह ओह ओह
क्यू ना कभी मेरे पास तुम रहो
ओह ओह ओह ओह
क्यू ना कभी मेरे पास तुम रहो
ओह ओह ओह ओह
क्यू ना कभी मेरे पास तुम रहो
ओह ओह ओह ओह
फिर घूम गयी उस जहाँ में
जहा पर तेरे निशा हैं
ज़िद्दी ये लहरें दिल की
बहती तेरी ही दिशा मैं
इस पल मैं रहु जाने ना दू तुझे
अंजानी राहों मैं हम मिले
क्यू ना कभी मेरे पास तुम रहो
जाने की अब बात ना करो
तुझसे मिलती राहत दिल में
बिन तेरे यह पल बीते जाए
क्यू ना कभी मेरे पास तुम रहो
लिखे थे जो खवाब तो सुनो
चले नये शहरों मैं
इस राहों मैं बस गुम होज़ाये
क्यू ना कभी मेरे पास तुम रहो
ओह ओह ओह ओह (बस घूम होज़ाये)
क्यू ना कभी मेरे पास तुम रहो
ओह ओह ओह ओह (बस घूम हो जाए)
क्यू ना कभी मेरे पास तुम रहो
ओह ओह ओह ओह (बस घूम हो जाए)
क्यू ना कभी मेरे पास तुम रहो
क्यू ना कभी मेरे पास तुम रहो
जाने की अब बात ना करो
तुझसे मिलती राहत दिल में
बिन तेरे यह पल बीते जाए
क्यू ना कभी मेरे पास तुम रहो
लिखे थे जो खवाब तो सुनो
चले नये शहरों मैं
इस राहों मैं बस गुम हो ज़ाये
क्यू ना कभी मेरे पास तुम रहो