bablu ankiya surat aap ri bannsa şarkı sözleri
सुरत आप री बन्नसा
उबीचंदा में निरखू
सुरत आप री बन्नसा
उबीचंदा में निरखू
चंदो दूर घणो रसिया
मुखड़ों देखण ने तरसु
चंदो दूर घणो रसिया
मुखड़ों देखण ने तरसु
मुखड़ों देखण ने तरसु
थारेतन मन में बसियो
इतरो अळगो तो नही
थारे तन मन में बसियो
इतरो अळगो तो नही
खोलो दिलड़ा री खिड़की
माही देखो तो सही
खोलो दिलड़ा री खिड़की
माही देखो तो सही
माही देखो तो सही
थारी यादा में बन्नसा
मेंतो पागल सी होगी
थारी यादा में बन्नसा
मेंतो पागल सी होगी
थे क्यू भूल्या ओबन्नसा
आखिर बात काई होगी
थे क्यू भूल्या ओ बन्नसा
आखिर बात काई होगी
आखिर बात काई होगी
किण विद भूलूं ए बनड़ी
तु मारे जीव की जड़ी
किण विद भूलूं ए बनड़ी
तु म्हारे जीव की जड़ी
देखू फोटू जद थारो
लागेज्यु सामने खड़ी
देखू फोटू जद थारो
लागेज्यु सामने खड़ी
लागेज्यु सामने खड़ी
जी भर निरखों ओबन्नसा
एकरआवो तो सही
जी भर निरखों ओ बन्नसा
एकरआवो तो सही
घरके बाहर ने बन्नसा
हाथा थाळ लिया ऊबी
घरके बाहर ने बन्नसा
हाथा थाळ लिया ऊबी
हाथा थाळ लिया ऊबी
दो दिन रुक जाओ बनड़ी
गाड़ीरस्ता में खड़ी
दो दिन रुक जाओ बनड़ी
गाड़ी रस्ता में खड़ी
भेगी आसी ओ बन्नी सा
थासू मिलवा री घड़ी
भेगी आसी ओ बन्नी सा
थासू मिलवा री घड़ी
थासू मिलवा री घड़ी
आओ आवो नी बन्नसा
सज धज होगी मेंरेडी
आओ आवो नी बन्नसा
सज धज होगी मेंरेडी
कद मुख देखू मेंपिया
निकळेना भी एक घड़ी
कद मुख देखू मेंपिया
निकळेना भी एक घड़ी
निकळेना भी एक घड़ी
आऊ आऊ जी बनड़ी
दिनड़ों उगणा सु पहली
आऊ आऊ जी बनड़ी
दिनड़ों उगणा सु पहली
हस ने बोलो ओ बन्डी
काई सोच करे गेली
हस ने बोलो ओ बन्डी
काई सोच करे गेली
काई सोच करे गेली