babul supriyo hamari shaadi mein şarkı sözleri
हमारी शादी में
हमारी शादी में
अभी बाकी है हफ्ते चार
चारसो बरस लगे ये
हफ्ते कैसे होंगे पार
नहीं कर सकता मैं
और एक दिन भी इंतज़ार
आज ही पहना दे पहना दे पहना दे
आज ही पहना दे
तेरी गोरी बाहों का हार
पूनम हो जानम हो
हो पूनम हो जानम हो
निचे हो देखु तो
Ocean ही ocean है
ऊपर जो देखु तो तू
आकाश में रोशन है
मिलन की जल्दी है
मिलन की जल्दी है
Plane की धीमी है रफ़्तार
मेरा बस चले तो मैं दूँ उसकी
छत पे plane उतार
मझे ससुराल के लू
महीना पूरा वहा गुजार
उसे लेकर लौटू
संग लेकर लौटू
उसे लेकर लौटू मैं
जिस का इकलौता हकदार
हो पूनम हो जानम हो
हो पूनम हो जानम हो
हर परदेस में
जानेवाले को मेरी है राय
जहाँ भी जाए अपना
दिलबार संग में ही ले जाए
दूरी एक पल की
हो दूरी एक पल की
मुझसे अब सो सही न जाए
काश किस्मत मेरी
मेरा थोड़ा सा साथ निभाए
मुझसे मिलने को वह
दिल्ही airport पे आये
उसको देखते ही
अचानक देखते ही
उसको देखते ही
मेरा दिल जोरोंसे चिल्लाये
हो पूनम हो जानम हो
हो पूनम हो जानम हो
हो हमारी शादी में
हमारी शादी में
अभी बाकी है हफ्ते चार
महीने बीत गए ये
दिन भी हो जायेंगे पार
ना फिर तरसाऊँगी
और करवाके इंतज़ार
मैं यु पहना दूंगी
ऐसे पहना दूंगी
हक़ से पहना दूंगी
तुम्हे अपने बाहों का हार
साजन हो बालम हो
हो साजन हो बालम हो
हमारी शादी में
अभी बाकी है हफ्ते चार