badshah khair şarkı sözleri
अब वो केर नही करती
दिल में जो बातें हैं
वो शेर नही करती
रोती भी नही लेकिन हस्सती भी नही है
लगता है जैसे उसके बस की ही नही है
Give Up कर चुकी है वो, Yeah
काफ़ी हर्ट हो चुकी है वो, Yeah
जो कभी सोना चाँदी डाइमंड होती थी
उसके लिए डर्ट हो चुकी है वो, यॅ
और यह पता है उसे
लेकिन क्यूँ ऐसा लगे ना
कोई ख़ाता है उसे
वो अब भी रानी ही है
कोई बताए उसे
यह माथे पे शिकन है जो
कोई हटाए उसे
दे दुआयं उसे
क्यूँ कोई भला रुलाए उसे
वो हस्सने को तैयार बैठी है
कोई हस्सेए उसे
कोई फिर से पलकों पे बिताए उसे
समझाए उसे
यह की उसकी आँखों की चमक है महेंगी
दुनिया के किसी भी हीरे की कीमत से
सूरत की धनी है, लेकिन मालकिन लगे
किसी सुल्तानत की सीरत से
उसके आसुओं के लायक
इस ज़मीन पे कोई नही
किस च**टीए के पीछे
वो इतनी रातें सोई नही
पर कोई नही
उपर वाले के खेल अलग हैं
अजब हैं, वो संभाल लेगा
वो फिर से चहेकने लगेगी
ऐसा कोई कर कमाल देगा
उसका अच्छा सोचने वालों की
तरक्की होने लगेगी बता रहा हूँ मैं
उसका बुरा सोचने वालों का
कर वो बुरा हाल देगा
जहाँ से गुज़रेगी फिर से गुलाब और
चमेली के फूल खिलेंगे
सूरज भी चमकेगा और
बारिश भी होगी, रेनबोस बनेंगे
महेकने लगेगा, सच में
सब महेक ने लगेगा
तेरा मेरा क्या है
हम फिर कभी और मिलेंगे
खैर
Gotta Let You Go

