bankim patel kasam ki kasam [unplugged] şarkı sözleri
लोग कहते हैं पागल हूँ मैं ये भी ना जानूँ
दिल लुटाया है मैने अब किसी की ना मानूँ
चैन देकर के मैने बेचैनियाँ ये ली हैं
नींदें उड़ा के ये मैने तुमसे वफ़ाएं की हैं
क़सम की क़सम है क़सम से
हमको प्यार है सिर्फ़ तुमसे
अब ये प्यार ना होगा फिर हमसे
क़सम की क़सम है क़सम से
जी रहे थे हम तेरे दम से
अब ये प्यार ना होगा फिर हमसे
क़सम की क़सम है क़सम से
हमको प्यार है सिर्फ़ तुमसे

