censor 1:45 am şarkı sözleri
It's been 1:45 AM
रात के बाजरे पोने दो
मैं पकड़ के हूँ बैठा कमरे के कोने को
मैं यादों से उसकी कहता हूँ मुझको सोने दो
उसके बाद बचा कोई ना मेरे पास खोने को
अब जो भी होता होने दो
अकेला छोड़ो मुझको चैन से तुम रोने दो
मैं यादों से उसकी कहता हूँ मुझको सोने दो
उसके बाद बचा कोई ना मेरे पास खोने को
शाम के बाद ही तो रात आती है
सुंदर चेहरों को कहाँ मोहब्बत रास आती है
जब उसकी याद आती है, तो मेरी सांस जाती है
मैं जल चुका हूँ कब का, गाने मेरी राख गाती है
दिल से आवाज आती है, उसे भूल जा तू
वो निकले पत्थर दिल, जिनको समझा फूल था तू
गए वो अपनी मर्जी से, है क्यों फिर ढूंढता तू
जितना जानूँ, सगा ना है इतना अपने खून का तू
इरादा जिस्म नहीं, दिल तक तुझे जाना था
हम सफर मैंने तुझे अपना माना था
गए तुम मुझको छोड़ के, रिश्ते नाते तोड़ के
पर देर करी तुमने, तब तक बन चुका दीवाना था
एक सांस में मैं गा दूँ, तुझपे हंफ्ता नहीं
सो फ**किंग कोल्ड-हार्टेड की अब कांपता नहीं
चाहने वाले हैं हजार, पर मैं देता नहीं हूँ ध्यान
अब मैं किसी से भी दिल की बातें बांटता नहीं
फिजा ये
उसका एहसास देती है
जुबां मेरी
रब की जगह तेरा नाम लेती है
आज़ादी समझती जिसे तू और मांगती थी मुझसे
ये साली दुनिया उसको जिस्मों का बाजार कहती है
दिल में तू आई मेरे बहुत सारे रास्तों से
डर लगने लगा फरेब वाले वास्तों से
जख्म नहीं भरे अब तक पिछले वाले हादसों के
अब जो जलते पहले, वही मेरे खास लोग थे
बेवफाई से मैं आज भी घायल हूँ
आज भी इश्क़ में तेरे काफी क़ायल हूँ
तोड़े जज़्बात तू, मैं लिखने लगा पन्नों पे
और लिखता मुझे देख, दुनिया कहती कि मैं शायर हूँ
जाने का रास्ता ना मिला, मेरा दिल ही तोड़ गए
कभी सोचा ना था, जाओगे हाथ छोड़ के
अब किसी से भी नजरें मैं मिलाता ही नहीं
जब से गए हो जाना, तुम हां नजरें मोड़ के