daboo malik main jo chala şarkı sözleri
ढूंढने मैं जो चला
मिल के भी वो ना मिला
और मेरा ये सफर ऐसे ही चलता रहा
कुछ दोस्त मिले कुछ ख्वाब सजे
कुछ सच भी हुए कुछ टूट गए
पंख लगा के कहीं वक्त ये उड़ता रहा
और मेरा ये सफर ऐसे ही चलता रहा
हम्म
दूर कभी पास कभी होके कभी अजनबी
खुल के कभी छुप के कभी तुझसे मिला ज़िन्दगी
तेरा साथ मिला तो मैं खुद से मिला
तूने छोड़ दिया तो किया ना गिला
रंग जो तूने दिए उनमें ही ढलता रहा
और मेरा ये सफर ऐसे ही चलता रहा
हम्म
जो भी मिला तुझसे मुझे हँस के लगाया गले
एक जगह रुकना नहीं तूने सिखाया मुझे
जो राह मुड़ी तो मैं मुड़ गया
कभी थम सा गया कभी रुक ना सका
तेज़ हवा जो चली गिर के संभलता रहा
और मेरा ये सफर ऐसे ही चलता रहा
हम्म