dada bhagwan confusion hay kitni thi - 71st birthday spiritual concert şarkı sözleri
हो
कन्फ्यूज़न हाय कितनी थी
कन्फ्यूज़न हाय कितनी थी
कन्फ्यूज़न हाय कितनी थी
बस टेंशन ही टेंशन थी
बस टेंशन ही टेंशन थी
क्या कर रहा था क्या करणा मेनू चाहिए था
कहाँ चल रहा था कहाँ चलणा मेनू चाहिए था
कन्फ्यूज़न हाय कितनी थी
बस टेंशन ही टेंशन थी
कन्फ्यूज़न हाय कितनी थी
बस टेंशन ही टेंशन थी
क्या कर रहा था क्या करणा मेनू चाहिए था
कहाँ चल रहा था कहाँ चलणा मेनू चाहिए था
फिर दादा मिल गए
मेनू स्वामी मिल गए
नी मेनू ज्ञानी मिल गए
सब मिल गया
फिर दादा मिल गए
मेनू स्वामी मिल गए
नी मेनू ज्ञानी मिल गए
सब मिल गया
वो
दृष्टि बदलके जैसे दुनिया बदल दी
खुशियाँ ही खुशियाँ अपनी लाइफमें भर दी
दृष्टि बदलके जैसे दुनिया बदल दी
खुशियाँ ही खुशियाँ अपनी लाइफमें भर दी
नेगेटिव न सोचना
नेगेटिव न बोलना
नेगेटिव न देखना
पॉज़िटिव ही रेहना हाँ
क्या कमाल काली टोपी वाले ने है किया
फिर दादा मिल गए
फिर स्वामी मिल गए
नी मेनू ज्ञानी मिल गए
सब मिल गया
फिर दादा मिल गए
फिर स्वामी मिल गए
नी मेनू ज्ञानी मिल गए
सब मिल गया
सुख तो बढ़ता है बांटकर
फ़िकर क्या जब है दादा राहबर
Life का बस अब funda
लेकर अक्रम झंडा
Positive ते Happy रेहके
पाओ सारे भंगड़ा
हर कोई पाए दादाको सुख-शांति से जिए
फिर दादा मिल गए
ओ मेनू स्वामी मिल गए
ओ मेनू ज्ञानी मिल गए
सब मिल गया
फिर दादा मिल गए
फिर स्वामी मिल गए
ओ फिर ज्ञानी मिल गए
सब मिल गया
ओ फिर दादा मिल गए
फिर स्वामी मिल गए
ओ फिर ज्ञानी मिल गए
सब मिल गया
दादा मिल गए
फिर स्वामी मिल गए
ओ फिर ज्ञानी मिल गए
सब मिल गया