dada bhagwan deeware hi deeware yaha mat şarkı sözleri
दीवारें ही दीवारें यहाँ मत टकराना प्यारे
अगर तू ना टकराएगा पहुँचेगा मोक्ष के द्वारे
दीवारें ही दीवारें यहाँ मत टकराना प्यारे
अगर तू ना टकराएगा पहुँचेगा मोक्ष के द्वारे
अपना ही सिर फोड़ेगा अगर दीवारों से टकराएगा
ऐसा बैर तू बाँधेगा जो जन्मों तक भटकाएगा
दीवार हैं दुनियावाले तू बच के निकल जा प्यारे
दीवार हैं दुनियावाले तू बच के निकल जा प्यारे
टकराव अगर तू टाले तो सुख ही सुख हैं सारे
दीवारें ही दीवारें यहाँ मत टकराना प्यारे
अगर तू ना टकराएगा पहुँचेगा मोक्ष के द्वारे
ठान ले मन में किसी से अब मैं नहीं टकराऊँगा
मान मिले अपमान मिले पर मैं नहीं टकराऊँगा
भैंस के भाई हैं सारे उनसे क्या टकराएँ
भैंस के भाई हैं सारे उनसे क्या टकराएँ
सिर उठाकर सींग चढ़ाएँ औंधे मुँह गिराएँ
दीवारें ही दीवारें यहाँ मत टकराना प्यारे
अगर तू ना टकराएगा पहुँचेगा मोक्ष के द्वारे
हमसे जो टकराता है वो हिसाब पुराना है
फिर उनसे उलझना मतलब नई उधारी करना है
हिसाब क्यों बढ़ाएँ हँसकर निकल जाएँ
हिसाब क्यों बढ़ाएँ हँसकर निकल जाएँ
अपने सारे क़र्ज़ चुकाकर खुद को हल्का पाएँ
दीवारें ही दीवारें यहाँ मत टकराना प्यारे
अगर तू ना टकराएगा पहुँचेगा मोक्ष के द्वारे
दादाजी का सरल सूत्र यह जो कोई अपनाएगा
टालिए टकराव भाव यह निश्चित मोक्ष दिलाएगा
बिना तोड़ मरोड़ के इसको निगल जा रे
बिना तोड़ मरोड़ के इसको निगल जा रे
सारे जग संग मैत्री भाव रख बंधन मुक्त हो जा रे
दीवारें ही दीवारें यहाँ मत टकराना प्यारे
अगर तू ना टकराएगा पहुँचेगा मोक्ष के द्वारे
दीवारें ही दीवारें यहाँ मत टकराना प्यारे
अगर तू ना टकराएगा पहुँचेगा मोक्ष के द्वारे