dada bhagwan gnani balko ke lie loree şarkı sözleri
लोरी
सो जा ओ मेरे लाल
ज्ञानी वचन को जान
ये देह तू नहीं तू शुध्धात्मा
शुद्ध बुद्ध तू
अजर अमर
परम ज्योति स्वरूप
सिद्ध भगवनत सम
स्वरूप रमणता से
वीतराग हो के रहना तू
प्रेम स्वरूप बनना
सो जा ओ मेरे लाल
ज्ञानी वचन को जान
ये देह तू नहीं तू शुध्धात्मा
हालालालालाला हा
हालालालालाला हा
है अनंत ज्ञान दर्शन सुख शक्ति रूप तू
मन वचन और काया से है असंग तू
हावी हो जाए मोह कभी तो
जागृत रहना न स्वरूप तेरा वो
तू है मुक्त निर्लेप चेतन
ज्ञाता दृष्टा और परमानंद
सो जा ओ मेरे लाल
ज्ञानी वचन को जान
ये नाम तू नहीं तू शुध्धात्मा
हालालालालाला हा
हालालालालाला हा
प्योर तुझे होना है
जगत कल्याण के लिए
विषय कषाय रहित होने
जाना ज्ञानी की शरण में
स्वरूप रमणता से
वीतराग हो के रहना तू
प्रेम स्वरूप बनना
सो जा ओ मेरे लाल
ज्ञानी वचन को जान
ये देह तू नहीं तू शुध्धात्मा
हालालालालाला हा
हालालालालाला हा
हालालालालाला हा
हालालालालाला हा