dada bhagwan vartman jineshwar şarkı sözleri
वर्तमान जीनेश्वर सीमंधर स्वामी
वर्तमान जीनेश्वर सीमंधर स्वामी
स्व का अमी झरे उनका नाम स्वामी।
स्व का अमी झरे उनका नाम स्वामी।
नमो अरिहंताणं सामने हों सीमंधर
नमो अरिहंताणं सामने हों सीमंधर
पूर्ण चैत्य वंदना से आत्मरमण सद्धर।
पूर्ण चैत्य वंदना से आत्मरमण सद्धर।
निश्चय से नमस्कारुं प्रत्यक्ष देरासर
निश्चय से नमस्कारुं प्रत्यक्ष देरासर
श्रद्धा की मूर्ति हो अरिहंता परमेश्वर।
श्रद्धा की मूर्ति हो अरिहंता परमेश्वर।
वर्तमान जीनेश्वर सीमंधर स्वामी
स्व का अमी झरे उनका नाम स्वामी।
इस ओर भारत उस ओर विदेह
इस ओर भारत उस ओर विदेह
सजीवन तीर्थ मूर्त देह साथ विचरें।
सजीवन तीर्थ मूर्त देह साथ विचरें।
देह सहित जा न सकें पर कोई बात नहीं
देह सहित जा न सकें पर कोई बात नहीं
भाव ही पहुँच जायें दर्शन हों यहीं।
भाव ही पहुँच जायें दर्शन हों यहीं।
वर्तमान जीनेश्वर सीमंधर स्वामी
स्व का अमी झरे उनका नाम स्वामी।
चरमदेही परमाणु घूमे हैं ब्रह्मांड में
चरमदेही परमाणु घूमे हैं ब्रह्मांड में
उससे लाभ लब्धि हो सूक्ष्म संधान में।
उससे लाभ लब्धि हो सूक्ष्म संधान में।
भगवान जागृत घूमते विचरते
भगवान जागृत घूमते विचरते
अपना कल्याण करें बात ही बात में।
अपना कल्याण करें बात ही बात में।
वर्तमान जीनेश्वर सीमंधर स्वामी
स्व का अमी झरे उनका नाम स्वामी।
सतदेव सदगुरू बोलें सतवाणी
सतदेव सदगुरू बोलें सतवाणी
सतधर्मी दर्शन से रत्नत्रय प्राप्ति।
सतधर्मी दर्शन से रत्नत्रय प्राप्ति।
सिद्धाणं मूर्ति के दर्शन से पुण्यफल
सिद्धाणं मूर्ति के दर्शन से पुण्यफल
अरिहंत दर्शन से प्राप्त हो मोक्षफल।
अरिहंत दर्शन से प्राप्त हो मोक्षफल।
वर्तमान जीनेश्वर सीमंधर स्वामी
स्व का अमी झरे उनका नाम स्वामी।
मूर्ति पूजा तप जप उपयोग आराधन
मूर्ति पूजा तप जप उपयोग आराधन
जीवित तीर्थ के कीर्तन ही मोक्षधन।
जीवित तीर्थ के कीर्तन ही मोक्षधन।
दैवलोकी रक्षण है प्रतिष्ठित मूर्ति को
दैवलोकी रक्षण है प्रतिष्ठित मूर्ति को
देरासर व मंदिर में दर्शन से विरति हो।
देरासर व मंदिर में दर्शन से विरति हो।
वर्तमान जीनेश्वर सीमंधर स्वामी
स्व का अमी झरे उनका नाम स्वामी।
सीमंधरी लक्ष्य साथ नमस्कारो त्रिमंत्र
सीमंधरी लक्ष्य साथ नमस्कारो त्रिमंत्र
पंच परमेष्ठी पद स्व में ही निमंत्रों।
पंच परमेष्ठी पद स्व में ही निमंत्रों।
हाज़राहजूर के दर्शन से कल्याण
हाज़राहजूर के दर्शन से कल्याण
उनकी ही पर्षदा में अपना हो कल्याण।
उनकी ही पर्षदा में अपना हो कल्याण।
वर्तमान जीनेश्वर सीमंधर स्वामी
स्व का अमी झरे उनका नाम स्वामी।
मतभेद मिटाओ आत्मार्थ पाने को
मतभेद मिटाओ आत्मार्थ पाने को
दादाई त्रिमंदिर में मुक्तिसुख पाने को।
दादाई त्रिमंदिर में मुक्तिसुख पाने को।
हेल्पफुल हों वही भगवान हाज़िर
हेल्पफुल हों वही भगवान हाज़िर
प्रकृष्ट प्रार्थना से मोक्ष वर्ते अंदर।
प्रकृष्ट प्रार्थना से मोक्ष वर्ते अंदर।
वर्तमान जीनेश्वर सीमंधर स्वामी
स्व का अमी झरे उनका नाम स्वामी।
ऊँच नीच पक्ष भेद सारे हैं संसारी
ऊँच नीच पक्ष भेद सारे हैं संसारी
भगवान अपक्ष पूर्ण असंसारी।
भगवान अपक्ष पूर्ण असंसारी।
उनकी ही निश्रा में एक जैसे आत्मा
उनकी ही निश्रा में एक जैसे आत्मा
इतना जो समझें तो हों परमात्मा।
इतना जो समझें तो हों परमात्मा।
वर्तमान जीनेश्वर सीमंधर स्वामी
स्व का अमी झरे उनका नाम स्वामी।
मतभेद मतार्थों को मिटाए वो महासत
मतभेद मतार्थों को मिटाए वो महासत
झगड़े जो दूर करे वही वाणी परमसत।
झगड़े जो दूर करे वही वाणी परमसत।
वर्तमान जीनेश्वर सीमंधर स्वामी
स्व का अमी झरे उनका नाम स्वामी।
वर्तमान जीनेश्वर सीमंधर स्वामी
स्व का अमी झरे उनका नाम स्वामी।
वर्तमान जीनेश्वर सीमंधर स्वामी
स्व का अमी झरे उनका नाम स्वामी।
वर्तमान जीनेश्वर सीमंधर स्वामी
स्व का अमी झरे उनका नाम स्वामी।
वर्तमान जीनेश्वर सीमंधर स्वामी
स्व का अमी झरे उनका नाम स्वामी।
वर्तमान जीनेश्वर सीमंधर स्वामी
स्व का अमी झरे उनका नाम स्वामी।
स्व का अमी झरे उनका नाम स्वामी।