darzi andhera şarkı sözleri

अंधेरा अंधेरा है छाया सडक पे तेरा है साया मैं सोचूं पलटता है काया मैं बोलूं तोह आतिश है लाया परछाई ने मुझको है खाया चमक को तूने बुझाया कौन है तू क्यों बताता नहीं इस हीरे को तराशा नहीं सपनो को भी चुराता वही चेहरे पे थी निराशा कहीं ओह आता नहीं ओह जाता नहीं भूका है तू पर प्यासा नहीं सवेरा सवेरा ना आया है खाली आँखों में माया झूठा है वह सच बताता नहीं पापों को भी गिनाता वही प्यार को जो दबाता वही नरमी को भी जलाता वही घबराता वही ओह कतराता वही ऐसा है क्यों बाज़ आता नहीं
Sanatçı: Darzi
Türü: Belirtilmemiş
Ajans/Yapımcı: Belirtilmemiş
Şarkı Süresi: 8:01
Toplam: kayıtlı şarkı sözü
Darzi hakkında bilgi girilmemiş.

Fotoğrafı