faakhir kaash şarkı sözleri
काश हम जुड़ा ना होते
कभी अलविदा ना कहते
चाहा नही था
फिर भी परा हम को जाना
तुम हम को याद रखना
कभी दिल से ना भूलना
हम पास हो या ना हो
हमे प्यार से बुलाना
तुम हम को याद रखना
कभी दिल से ना भूलना
हम पास हो या ना हो
हमे प्यार से बुलाना
बैल जो आँगन में थी
फूल हू लाती होगी
चुनते तो हो गे कलियाँ
हम नही हैं तो फिर भी
महफिलें सजती हों जी
सूनी ना होगी गलियाँ
ऐसे मैं थोरी सी
आनखाएँ भर लाना
काश हम जुड़ा ना होते
कभी अलविदा ना कहते
चाहा नही था
फिर भी परा हम को जाना
तुम हम को याद रखना
कभी दिल से ना भूलना
हम पास हो या ना हो
हमे प्यार से बुलाना
तुम हम को याद रखना
कभी दिल से ना भूलना
हम पास हो या ना हो
हमे प्यार से बुलाना
सामने आती होगी
कोई भी मेरी निशानी
यूँही कहीं चलते फिरते
दिल तारप जाता होगा
देख कर सूखे पाते
शाख से पेर की गिरते
ऐसा तो होता है
दिल को समझना
काश हम जुड़ा ना होते
कभी अलविदा ना कहते
चाहा नही था
फिर भी परा हम को जाना
तुम हम को याद रखना
कभी दिल से ना भूलना
हम पास हो या ना हो
हमे प्यार से बुलाना
तुम हम को याद रखना
कभी दिल से ना भूलना
हम पास हो या ना हो
हमे प्यार से बुलाना
हम पास हो या ना हो
हमे प्यार से बुलाना
हमे प्यार से बुलाना
हमे प्यार से बुलाना

