garima srivastava woh kagaz ki kashti şarkı sözleri
ये दौलत भी ले लो, ये शोहरत भी ले लो
भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी
मगर मुझको लौटा दो बच्चपन का सावन
वो काग़ज़ की कश्ती वो बारिश का पानी
ये दौलत भी ले लो, ये शोहरत भी ले लो
भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी
मगर मुझको लौटा दो बच्चपन का सावन
वो काग़ज़ की कश्ती वो बारिश का पानी
वो काग़ज़ की कश्ती वो बारिश का पानी
मोहल्ले की सबसे निशानी पुरानी
वो बुधिया जिसे बच्चे कहते थे नानी
वो नानी की बातों में परियों का डेरा
वो चेहरे के झुरियों में सदियों का फेरा
भुलाए नहीं भूल सक़ता है कोई
वो छोटी सी रातें वो लंबी कहानी
वो काग़ज़ की कश्ती वो बारिश का पानी
वो काग़ज़ की कश्ती वो बारिश का पानी
कड़ी धूप में अपने घर से निकलना
वो चिड़िया वो बुलबुल वो तितली पकड़ना
वो गुड़िया की शादी पे लड़ना झगड़ना
वो झूलों से गिरना, वो गिर के संभालना
वो पीतल के छल्लों के प्यारे से तो'फे
वो टूटी हुई चूड़ियों की निशानी
वो काग़ज़ की कश्ती वो बारिश का पानी
वो काग़ज़ की कश्ती वो बारिश का पानी
कभी रेत के ऊँचे टीलों पे जाना
घरौंदे बनाना बनाके मिटाना
वो मासूम चाहत की तस्वीर अपनी
वो ख़्वाबों खिलौनों की जागीर अपनी
न दुनिया का ग़म था न रिश्तों के बंधन
बड़ी खूबसूरत थी वो ज़िंदगानी
ये दौलत भी ले लो, ये शोहरत भी ले लो
भले छीन लो मुझसे मेरी जवान
मगर मुझको लौटा दो बचपन का सावन
वो कागज़ की कश्ती, वो बारिश का पानी
वो काग़ज़ की कश्ती वो बारिश का पानी
वो काग़ज़ की कश्ती वो बारिश का पानी
वो काग़ज़ की कश्ती वो बारिश का पानी