gautam chauhan qaafirana şarkı sözleri
इन वादियों में, टकरा चुके हैं
हमसे मुसाफ़िर, यूँ तो कई
दिल ना लगाया, हमने किसी से
किस्से सुने हैं, यूँ तो कई
ऐसे तुम मिले हो, ऐसे तुम मिले हो
जैसे मिल रही हो, इत्र से हवा
क़ाफ़िराना सा है इश्क है या, क्या है
ऐसे तुम मिले हो, ऐसे तुम मिले हो
जैसे मिल रही हो, इत्र से हवा
क़ाफ़िराना सा है इश्क है या, क्या है
हाथ थाम ले पिया, करते हैं वादा
अब से तू आरज़ू, तू ही है इरादा
मेरा नाम ले पिया, मैं तेरी रुबाई
तेरे ही तो पीछे पीछे बरसात आई
बरसात आई
तू इत्र इत्र सा मेरे साँसों में बिखर जा
मैं फ़कीर तेरे कुर्बत का
तुझसे तू मांगू रे
तू नज़्म नज़्म सा मेरे होंठो पे ठहर जा
मैं ख्वाब ख्वाब सा तेरी आँखों में जागूँ रे

