geeta dutt bijli giregi kahin na kahin şarkı sözleri
जब घटाआके बादल से टकराएगी
जब घटाआके बादल से टकराएगी
फिर तो बिजली गिरेगी कही न कही
फिर तो बिजली गिरेगी कही न कही
जब नज़र से नज़र मिलके झुक जायेगी
जब नज़र से नज़र मिलके झुक जायेगी
फिर तो बिजली गिरेगी कही न कही
फिर तो बिजली गिरेगी कही न कही
कोई घबरायेगा कोई सरमायेगा
कोई सरमायेगा कोई सरमायेगा
इस तमाशे में कितना मज़ा आएगा
हाँ मज़ा आएगा हाँ मज़ा आएगा
होठ थर्राएंगे ज़ुल्फ़ लहरायेगी
होठ थर्राएंगे ज़ुल्फ़ लहरायेगी
फिर तो बिजली गिरेगी कही न कही
फिर तो बिजली गिरेगी कही न कही
तेज हो जाएगी धड़कनो की सदा
धड़कनो की सदा धड़कनो की सदा
मस्ती हो जाएगी हुस्न की हर अदा
हुस्न की हर अदा हुस्न की हर अदा
जब अदाओं पे मस्ती सी छा जायेगी
जब अदाओं पे मस्ती सी छा जायेगी
फिर तो बिजली गिरेगी कही न कही
फिर तो बिजली गिरेगी कही न कही
दो धड़कते हुए दिल मिलेंगे जहां
दिल मिलेंगे जहां दिल मिलेंगे जहां
देखना कुछ नए गुल खिलेंगे वहां
गुल खिलेंगे वहां गुल खिलेंगे वहां
जब नए गुल खिलेंगे बहार आएगी
जब नए गुल खिलेंगे बहार आएगी
फिर तो बिजली गिरेगी कही न कही
फिर तो बिजली गिरेगी कही न कही
हो हो हो हो हो हो

