geeta dutt ghar ki raunaq hai gharwali şarkı sözleri
घर की रौनक है घरवाली
घर की रौनक है घरवाली
हो हो हो हो हो हो हो हो
एक पाट से चले न चक्की
एक हाथ से बजे न ताली
घर की रौनक है घरवाली (घर की रौनक है घरवाली)
घर की रौनक है घरवाली (घर की रौनक है घरवाली)
एक पाट से चले न चक्की (एक पाट से चले न चक्की)
एक हाथ से बजे न ताली (एक हाथ से बजे न ताली)
घर की रौनक है घरवाली (घर की रौनक है घरवाली)
एक कंवारे का घर देखा देख के आया रोना
हू हू हू हू
एक कंवारे का घर देखा देख के आया रोना
तड़प रहा था एक औरत की ज़ात को कोना कोना
अरे उलटा पड़ा हुआ था लोटा और खड़ी थी थाली
घर की रौनक है घरवाली (घर की रौनक है घरवाली)
घर की रौनक है घरवाली (घर की रौनक है घरवाली)
एक पाट से चले न चक्की (एक पाट से चले न चक्की)
एक हाथ से बजे न ताली (एक हाथ से बजे न ताली)
घर की रौनक है घरवाली (घर की रौनक है घरवाली)
उन्हूँ उन्हूँ उन्हूँ उन्हूँ उन्हूँ उन्हूँ उन्हूँ उन्हूँ उन्हूँ उन्हूँ उन्हूँ
शादी लाख घुलों की दासी उजडा नगर बसाए
बोल तू बोल
शादी लाख गुनो की दासी उजडा नगर बसाए
शादी लाख गुनो की दासी उजडा नगर बसाए
यारो बड़े बड़े फल पाए
बीवी के संग मिले मुफ्त में ससुरा सासू साली
घर की रौनक है घरवाली (घर की रौनक है घरवाली)
घर की रौनक है घरवाली (घर की रौनक है घरवाली)
एक पाट से चले न चक्की (एक पाट से चले न चक्की)
एक हाथ से बजे न ताली (एक हाथ से बजे न ताली)
घर की रौनक है घरवाली (घर की रौनक है घरवाली)
आज हिमालय की चोटी पे हमने है ललकारा
शादी का बाज़ार है चालू रहे न कोई कंवारा
रहे न कोई कंवारा हू
अपनी अपनी ढूंढ लो बीवी
अपनी अपनी ढूंढ लो बीवी
गोरी हो या काली
घर की रौनक है घरवाली (घर की रौनक है घरवाली)
घर की रौनक है घरवाली (घर की रौनक है घरवाली)
एक पाट से चले न चक्की (एक पाट से चले न चक्की)
एक हाथ से बजे न ताली (एक हाथ से बजे न ताली)
घर की रौनक है घरवाली (घर की रौनक है घरवाली)
घर की रौनक है घरवाली (घर की रौनक है घरवाली)

