geeta dutt mast chandni jhoom rahi hai, [pyar ki baatein] şarkı sözleri
मस्त चाँदनी
झूम रही है
नाच रही है
मस्ती की बरसात है
भीगी भीगी रात है
मस्त चाँदनी
झूम रही है
नाच रही है
मस्ती की बरसात है
भीगी भीगी रात है
मस्त चाँदनी
झूम रही है
नाच रही है
दिल की बस्ती विरह है
तू मान के मिट कहा है
मेरी दुनिया आज जावा है
बेचैन पापिहे के होतो पर
मेरे दिल की बात है
भीगी भीगी रत है
मस्त चाँदनी
झूम रही है
नाच रही है
मस्ती की बरसात है
भीगी भीगी रात है
मस्त चाँदनी
झूम रही है
नाच रही है
रुत ये रंगीला मौसम
और बिरहा मे तडपे हम
क्यू बिच्छाद गये हो बलम
नज़र मिलकर नज़र चुरा ले
ये भी कोई बात है
भीगी भीगी रात है
मस्त चाँदनी
झूम रही है
नाच रही है
मस्ती की बरसात है
भीगी भीगी रात है
मस्त चाँदनी
झूम रही है
नाच रही है
आजा अब दिल टूट ना जाए
शबर का दामन च्छुत ना जाए
किस्मत हुंसे रुत ना जाए
प्रीत का रोग लगाने वेल
लाज़ तेरे हाथ है
प्रीत का रोग लगाने वेल
लाज़ तेरे हाथ है
भीगी भीगी रात है
मस्त चाँदनी
झूम रही है
नाच रही है
मस्ती की बरसात है
भीगी भीगी रात है
मस्त चाँदनी
झूम रही है
नाच रही है

