hariharan ghar chhod ke bhi zindagi şarkı sözleri

घर छ्चोड़ के भी ज़िंदगी हेरआनियों में हैं घर छ्चोड़ के भी ज़िंदगी हेरआनियों में हैं शेरो का शोर दस्त की वीरनियो में हैं घर छ्चोड़ के कितना कहाँ था उससे की दामन समेत ले कितना कहाँ था उससे की दामन समेत ले अब हू भी मेरे साथ परेशानियों में हैं अब हू भी मेरे साथ परेशानियों में हैं शहरों का शोर… शहरों का शोर दस्त की वीरनियो में हैं घर छ्चोड़ के लहरो में ढूंढता हूँ में खोए हुए नागिन लहरो में ढूंढता हूँ में खोए हुए नागिन शहरों का अक्ष बहते हुए पानी ओ में हैं शेरो का अक्ष बहते हुए पानी ओ में हैं शहरों का शोर दस्त की वीरनियो में हैं घर छ्चोड़ के डरता हूँ ये भी वक़्त हाथो से मीट ना जाए डरता हूँ ये भी वक़्त हाथो से मीट ना जाए हल्की सी जो चमक अभी पिशणीयो में हैं हल्की सी जो चमक अभी पिशणीयो में हैं शहरों का शोर शहरों का शोर दस्त की वीरनियो में हैं घर छ्चोड़ के भी ज़िंदगी हेरानियो में हैं शहरों का शोर
Sanatçı: Hariharan
Türü: Belirtilmemiş
Ajans/Yapımcı: Belirtilmemiş
Şarkı Süresi: 6:35
Toplam: kayıtlı şarkı sözü
Hariharan hakkında bilgi girilmemiş.

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