hariharan kaash şarkı sözleri

काश ऐसा कोई मंज़र होता काश ऐसा कोई मंज़र होता मेरे काँधे पे तेरा सर होता काश ऐसा कोई मंज़र होता मेरे काँधे पे तेरा सर होता काश ऐसा कोई मंज़र होता जमा करता हुआ जो मैं आये हुए संग जमा करता हुआ जो मैं आये हुए संग सर छुपाने के लिए घर होता सर छुपाने के लिए घर होता मेरे काँधे पे तेरा सर होता काश ऐसा कोई मंज़र होता इस बलंदी पे बोहोत तन्हा हूँ तन्हा हूँ बोहोत तन्हा हूँ तन्हा हूँ, तन्हा हूँ इस बलंदी पे बोहोत तन्हा हूँ काश मैं सब के बराबर होता काश मैं सब के बराबर होता मेरे काँधे पे तेरा सर होता काश ऐसा कोई मंज़र होता उसने उलझा दिया दुनिया में मुझे उसने उलझा दिया दुनिया में मुझे वरना एक और कलंदर होता वरना एक और कलंदर होता मेरे काँधे पे तेरा सर होता काश ऐसा कोई मंज़र होता मेरे काँधे पे तेरा सर होता काश ऐसा कोई मंज़र होता काश
Sanatçı: Hariharan
Türü: Belirtilmemiş
Ajans/Yapımcı: Belirtilmemiş
Şarkı Süresi: 6:24
Toplam: kayıtlı şarkı sözü
Hariharan hakkında bilgi girilmemiş.

Fotoğrafı