hariharan kitni baatein şarkı sözleri

कितनी बातें याद आती हैं तस्वीरें सी बन जाती हैं मैं कैसे इन्हें भूलूँ दिल को क्या समझाऊँ कितनी बातें कहने की हैं होठों पर जो सहमी सी हैं इक रोज़ इन्हें सुन लो क्यों ऐसे गुमसूम हो क्यों पूरी हो ना पाई दास्तान कैसे आई है ऐसी दूरियाँ दोनों के दिलों में छुपा है जो एक अंजाना सा ग़म क्या होपाएगा वो कम कोई क्या कहे दोनों ने कभी ज़िंदगी की एक मोड़ पे थी जो पायी है कैसी वो तनहायी कोई क्या कहे कितना वीरान है ये समा साँसों में जैसे घुलता है धूंआ कैसे आई है ऐसी दूरियाँ कितनी बातें याद आती है तस्वीरें सी बन जाती हैं मैं कैसे इन्हें भूलूँ तुमसे आज यूँ मिलके दिल को याद आये लम्हें कल के ये आँसू क्यों हैं छलके अब क्या कहें तुमने हमको देखा जो ऐसे तो इक उम्मीद है जागी फिर तुमसे प्यार पाने की अब क्या कहें आ गये हम कहाँ से कहाँ देखे मुडके ये दिल का कारवाँ कैसे आई है ऐसी दूरियाँ कितनी बातें कहने की हैं होठों पर जो सहमी सी हैं इक रोज़ इन्हें सुन लो क्यों ऐसे गुमसूम हो कितनी बातें याद आती है तस्वीरें सी बन जाती हैं मैं कैसे इन्हें भूलूँ दिल को क्या समझाऊँ
Sanatçı: Hariharan
Türü: Belirtilmemiş
Ajans/Yapımcı: Belirtilmemiş
Şarkı Süresi: 5:47
Toplam: kayıtlı şarkı sözü
Hariharan hakkında bilgi girilmemiş.

Fotoğrafı