hero and king of jhankar studio dukh sukh ki [jhankar beats] şarkı sözleri

आ आ आ आ आ आ आ आ दुख सुख की हर एक माला, कुद्रत ही पिरोती है ओ दुख सुख की हर एक माला, कुद्रत ही पिरोती है हाथो की लकीरो मे, ये जागती सोती है (आ आ आ आ) दुख सुख की हर एक माला, कुद्रत ही पिरोती है (आ आ आ आ) यादो का सफ़र ये करे, गुज़री बहारो मे कभी आने वाले कल पे हँसे, उड़ते नज़ारो मे कभी एक हाथ मे अंधियारा, एक हाथ मे ज्योति है (आ आ आ आ) दुख सुख की हर एक माला, कुद्रत ही पिरोती है (आ आ आ आ) आ आ आ आ आ आ आ सामना करे जो इसका, किसी मे ये दम है कहा (आ आ आ आ) इसका खिलोना बनके, हम सब जीते है यहा (आ आ आ आ) जिस रह से हम गुज़रे, ये सामने होती है (आ आ आ आ) दुख सुख की हर एक माला, कुद्रत ही पिरोती है (आ आ आ आ) आहो के ज़नाज़े दिल मे, आँखो मे चिताए गम की (आ आ आ आ) नींदे बन गयी तिनका, चली वो हवाए गम की (आ आ आ आ) इसान के अंदर भी, आँधी कोई होती है (आ आ आ आ) दुख सुख की हर एक माला, कुद्रत ही पिरोती है (आ आ आ आ) आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ खुद को छुपाने वालो का, पल पल पिछा ये करे (आ आ आ आ) जहा भी हो मिट निशा, वही जाके पाव ये धरे (आ आ आ आ) फिर दिल का हरेक घाव, अश्क़ो से ये धोती है (आ आ आ आ) दुख सुख की हर एक माला, कुद्रत ही पिरोती है (आ आ आ आ) हाथो की लकीरो मे, ये जागती सोती है (आ आ आ आ) दुख सुख की हर एक माला, कुद्रत ही पिरोती है (आ आ आ आ)
Sanatçı: Hero And King Of Jhankar Studio
Türü: Belirtilmemiş
Ajans/Yapımcı: Belirtilmemiş
Şarkı Süresi: 5:26
Toplam: kayıtlı şarkı sözü
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