hero and king of jhankar studio nee baliye rut hai bahar ki [jhankar beats] şarkı sözleri
नी बलिए रुत है बहार की
नी बलिए रुत है बहार की
ओये सुन चन वे रुत है बहार की
होए देखो आये वो लेके डोली प्यार की
कुछ मत पूछो कैसे बिती घड़िया इंतजार की
नी बलिए रुत है बहार की
सुन चन वे रुत है बहार की
आखिरी सुन ली मनमोहन ने मेरे मन की बोली हो
अब जाकार हमको पहचानी उनकी नजर भोली
सखी घड़ी आ गई मेरे सिंगार की, सोलह सिंगार की
नी बलिए रुत है बहार की, सुन चनावे रुत है बहार की
कुछ मत पूछो कैसे बिती घड़िया इंतजार की
होए नी बलिए रुत है बहार की
होए सुन चन वे रुत है बहार की
रात रात भर सोचा तुमको कैसे पास बुलाउ ओ
द्वार खड़े तुम लाज लगे अब समाने कैसे आउ ओ
कभी इकरार की कभी इंकार की, कभी इंकार की
नी बलिए रुत है बहार की
सुन चन वे रुत है बहार की
कुछ मत पूछो कैसे बिती घड़िया इंतजार की
होए नी बलिए रुत है बहार की
होए सुन चन वे रुत है बहार की
होए नी बलिए रुत है बहार की
होए सुन चन वे रुत है बहार की
होए नी बलिए रुत है बहार की
होए सुन चन वे रुत है बहार की
होए नी बलिए रुत है बहार की
होए सुन चन वे रुत है बहार की