imaad shah milne ka bahaana şarkı sözleri
क्या है ये गर्मियां तेरे मेरे दरमियान
ये दुनिया बस घूमती रहे
गरम हवाओं में झूमती रहे
कल ने कहा तू करले बराबर
ना सुन किसी की ना mother ना father
Fast train है तू रुकेगी सीढ़ी दादर हाँ में
हाँ मिलाके क्या मिला वहां को जाके
क्या है ये दूरियां, पर क्या है ये कहाँ अधूरी, हाँ
इस दुनिया में है बस चार ओर
फिर भी रहती है सीधी कुछ तोह है जो
क्यूँ छोड़ आयी हो अधूरी कहानी
तुम हो सूखी धरती पे जैसे पानी
है ये सुख या धानी,
दूर से पास आये तेरे गाने गाये
हाँ है ये मौसम सुहाना,
बस ढूंढ ले कोई मिलने का बहाना
बरसात की रातों में रुई से बादल हो गया
अकेलापन अब मेरे साथ चल
क्या है ये ठंडी हवा
ना काम करती है दारू दवा
सीधा साधा सा है ये बयान
आसमान की तरफ बढ़ता तापमान
पर अब कुछ बदल गयी है फ़िज़ा
सर्दी से गर्मी से सावन से खिज़ा
है ये तोहफा या सजा
इन नमी की रातों में है पहेली ये बातों में
हाँ है ये मौसम सुहाना
बस ढूंढ ले कोई मिलने का बहाना
बरसात की रातों में रुई से बादल हो गया
अकेलापन अब मेरे साथ चल