indubhusan sahiba şarkı sözleri
आहिस्ता आहिस्ता
खाक हो रहा हूं साहिबा
मुझे गम दे
खुशियां दे
पर ना दे फासले
यादें गिन गिन नींद ना आए
तारे रातों के मुरझाए
हो ना तू ऐसे जुदा
बिन तेरे ये सावन फीके
आंखों के भी हंजू सूखे
ले ना तू , दिल से विदा
आहिस्ता आहिस्ता
खाक हो रहा हूं साहिबा
मुझे गम दे
खुशियां दे
पर ना दे फासले
अधूरी सी शाम अब
सूनी हैं राते
बेचैन बाहें मेरी तुझको तलाशे
यादों का पन्ना पिछला हैं पलटा
कैसे बता तू अब
तुझको भुला दे
हो राते तन्हा कटती नही हैं
बाते पुरानी डसती सी हैं
इस बस्ती में, मैं कल्ला तन्हा
बुल्लेशाह मैनू इंज नही जीडा
हो ना तू ऐसे जुदा
आहिस्ता आहिस्ता
खाक हो रहा हूं साहिबा