isha sharma sheetla mata ki aarti şarkı sözleri
जय शीतला माता,मैया जय शीतला माता।
आदि ज्योति महारानीसब फल की दाता॥
ॐ जय शीतला माता।
रतन सिंहासन शोभित,श्वेत छत्र भाता।
माया श्वेत छत्र भाता।
ऋद्धि-सिद्धि चँवर डोलावें,जगमग छवि छाता॥
ॐ जय शीतला माता
विष्णु सेवत ठाढ़े,सेवें शिव धाता।
मइया सेवें शिव धाता।
वेद पुराण वरणतपार नहीं पाता॥
ॐ जय शीतला माता
इन्द्र मृदङ्ग बजावतचन्द्र वीणा हाथा।
मइया चन्द्र वीणा हाथा।
सूरज ताल बजावैनारद मुनि गाता॥
ॐ जय शीतला माता
घण्टा शङ्ख शहनाईबाजै मन भाता।
मइया बाजै मन भाता।
करै भक्त जन आरती
करै भक्त जन आरती
लखि लखि हर्षाता॥
ॐ जय शीतला माता
ब्रह्म रूप वरदानीतुही तीन काल ज्ञाता।
तीन काल ज्ञाता।
भक्तन को सुख देती
भक्तन को सुख देतीमातु पिता भ्राता॥
ॐ जय शीतला माता
जो जन ध्यान लगावेप्रेम शक्ति पाता।
मइया प्रेम शक्ति पाता।
सकल मनोरथ पावे
सकल मनोरथ पावेभवनिधि तर जाता॥
ॐ जय शीतला माता
रोगों से जो पीड़ित कोईशरण तेरी आता।
मइया शरण तेरी आता।
कोढ़ी पावे निर्मल काया
कोढ़ी पावे निर्मल कायाअन्ध नेत्र पाता॥
ॐ जय शीतला माता
बांझ पुत्र को पावेदारिद्र कट जाता।
मइया दारिद्र कट जाता।
ताको भजै जो नाहीं
ताको भजै जो नाहींसिर धुनि पछताता॥
ॐ जय शीतला माता
शीतल करती जन कीतू ही है जग त्राता।
मइया कीतू ही है जग त्राता।
उत्पत्ति बाला बिना
उत्पत्ति बाला बिनाशनतू सब की माता॥
ॐ जय शीतला माता

