ismail azad qawwal humen to loot liya milke şarkı sözleri
हमे तो लूट लिया मिल के
हुस्न वालो ने
काले काले बालो ने
गोरे गोरे गालो ने
हमे तो लूट लिया मिल के
हुस्न वालो ने
काले काले बालो ने
गोरे गोरे गालो ने
नज़र में शोकीयाँ और
बचपाना शरारत में
अदाए देखा के हम
फस गये मोहब्बत में
हम अपनी जान से
जाएगे जिन की उलफत में
यकीन है की ना आएगे
वो ही मैय्यत में
तो हम भी कह देगे हम
लूट गये शराफ़त में
ह्यूम तो लूट लिया मिल के
हुस्न वालो ने
काले काले बालो ने
गोरे गोरे गालो ने
ह्यूम तो लूट लिया मिल के
हुस्न वालो ने
काले काले बालो ने
गोरे गोरे गालो ने
वही वही पे क़यामत
हो वो जिधर जाए
झुकी झुकी हुई नॅज़ारो
से काम कर जाए
तड़पटा छ्चोड़ दे रास्ते
में और गुज़र जाए
सितम तो ये है की दिल
ले ले और मुकर जाए
समझ में कुच्छ नही
आता की हम दिख़ार जाए
यही इरादा है ये कहके
हम तो मार जाए
ह्यूम तो लूट लिया मिल
के हुस्न वालो ने
काले काले बालो ने
गोरे गोरे गालो ने
ह्यूम तो लूट लिया मिल के
हुस्न वालो ने
काले काले बालो ने
गोरे गोरे गालो ने
वफ़ा के नाम पे
मारा है बेवफाओ ने
की दम भी हम को ना
लेने दिया जफाओ ने
कूड़ा भुला दिया इन
हुस्न के कुदाओ ने
मिटा के छ्चोड़ दिया
इश्क़ की कताओ ने
उड़ाए होश कभी
ज़ुलफ की हवा ने
हया ए नाज़ ने
लूटा कभी अदाओ ने
हमे तो लूट लिया मिल के
हुस्न वालो ने
काले काले बालो ने
गोरे गोरे गालो ने
हमे तो लूट लिया मिल के
हुस्न वालो ने
काले काले बालो ने
गोरे गोरे गालो ने
हज़ार लूट गये नॅज़ारो
के इक इशारे पर
हज़ारो बह गये तूफान
बनके धारे पर
ना इनके वाडो का कुच्छ
ठीक है ना बातो का
फसाना होता है इन का
हज़ार रातो का
बहुत हसी है वैसे
तो भोलापन इनका
भरा हुआ है मगर
ज़हर से बदन इनका
ये जिसको काट ले पानी
वो पी नही सकता
दावा तो क्या है दुआ
से भी जी नही सकता
इन्ही के मारे हुए हम
भी है ज़माने में
है चार लफ्ज़ मोहब्बत
के इस फसाने में
हमे तो लूट लिया मिल के
हुस्न वालो ने
काले काले बालो ने
गोरे गोरे गालो ने
हमे तो लूट लिया मिल के
हुस्न वालो ने
काले काले बालो ने
गोरे गोरे गालो ने
ज़माना इनको समझता
है नेखवार मासूम
मगर ये कहते है
क्या है किसिको क्या मालूम
इन्हे ना तीर ना तलवार
की ज़रूरत है
शिकार करने को काफ़ी
निगाहे उलफत है
हसीन चाल से दिल
पयमाल करते है
नज़र से करते है बाते
कमाल करते है
हर एक बात में मतलब
हज़ार होते है
ये सीधे सादे बड़े
होशियार होते है
कूड़ा बचाए हसीनो
की तेज़ चालो से
पड़े किसी का भी पल्ला
ना हुस्न वालो से
हमे तो लूट लिया मिल के
हुस्न वालो ने
काले काले बालो ने
गोरे गोरे गालो ने
हमे तो लूट लिया मिल के
हुस्न वालो ने
काले काले बालो ने
गोरे गोरे गालो ने
हुस्न वालो में
मोहब्बत की कमी होती है
चाहने वालो की
तक़दीर बुरी होती है
इनकी बातो मे बनावट
ही बनावट देखी
शर्म आँखो में
निगाहो में लगवत देखी
आग पहले तो मोहब्बत
की लगा देते है
अपनी रुकसार का
दीवाना बना देते है
दोस्ती कर के फिर अज़ान
नज़र आते है
सच तो ये है की बेईमान
नज़र आते है
मौते कम नही दुनिया
मे मुहब्बत इनकी
ज़िंदगी होती बरबाद
बदौलत इनकी
दिन बहारो के गुज़रते
है मगर मार मार के
लूट गये हम तो हसीनो
ए भरोसा कर के
हमे तो लूट लिया मिल के
हुस्न वालो ने
काले काले बालो ने
गोरे गोरे गालो ने
हमे तो लूट लिया मिल के
हुस्न वालो ने
काले काले बालो ने
गोरे गोरे गालो ने

