jagjit singh apna gham şarkı sözleri

अपना घाम ले के कहीं और ना जाया ना जाए अपना घाम ले के कहीं और ना जाया ना जाए घर में बिखरी हुई चीज़ों को सजाया जाए अपना घाम ले के कहीं और ना जाया ना जाए जिन चिरगों को हवाओं का कोई ख़ौफ़ नहीं जिन चिरगों को हवाओं का कोई ख़ौफ़ नहीं उन चिरगों को हवाओं से बचाया जाए उन चिरगों को हवाओं से बचाया जाए घर में बिखरी हुई चीज़ों को सजाया जाए अपना घाम ले के कहीं और ना जाया ना जाए बाग में जाने के आदाब हुआ करते हैं बाग में जाने के आदाब हुआ करते हैं किसी तितली को ना फूलों से उड़ाया जाए किसी तितली को ना फूलों से उड़ाया जाए घर से मस्जिद है बहुत डोर चलो यूँ कर ले घर से मस्जिद है बहुत डोर चलो यूँ कर ले किसी रोते हुए बचे को हंसाया जाए किसी रोते हुए बचे को हंसाया जाए घर में बिखरी हुई चीज़ों को सजाया जाए अपना घाम ले के कहीं और ना जाया ना जाए
Sanatçı: Jagjit Singh
Türü: Belirtilmemiş
Ajans/Yapımcı: Belirtilmemiş
Şarkı Süresi: 5:50
Toplam: kayıtlı şarkı sözü
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