jagjit singh basake waqt ka khanjar şarkı sözleri
बस एक वक़्त का खंजर, मेरी तलाश में है
बस एक वक़्त का खंजर, मेरी तलाश में है
जो रोज भेष बदल कर, मेरी तलाश में है
बस एक वक़्त का खंजर, मेरी तलाश में है
मैं एक कतरा हूँ, मेरा अलग वजूद तो है
मैं एक कतरा हूँ, मेरा अलग वजूद तो है
हुआ करे जो समंदर, मेरी तलाश में है
हुआ करे जो समंदर, मेरी तलाश में है
जो रोज भेष बदल कर, मेरी तलाश में है
बस एक वक़्त का खंजर, मेरी तलाश में है
मैं देवता की तरह, कैद अपने मंदिर में
मैं देवता की तरह, कैद अपने मंदिर में
वो मेरे जिस्म के बाहर, मेरी तलाश में है
वो मेरे जिस्म के बाहर, मेरी तलाश में है
जो रोज भेष बदल कर, मेरी तलाश में है
बस एक वक़्त का खंजर, मेरी तलाश में है
मैं जिसके हाथ में, एक फूल देके आया था
मैं जिसके हाथ में, एक फूल देके आया था
उसी के हाथ का पत्थर, मेरी तलाश में है
उसी के हाथ का पत्थर, मेरी तलाश में है
जो रोज भेष बदल कर, मेरी तलाश में है
बस एक वक़्त का खंजर, मेरी तलाश में है