jagjit singh bebasi jurm hai hausla jurm hai şarkı sözleri
बेबसी जुर्म है हौसला जुर्म है
बेबसी जुर्म है हौसला जुर्म है
ज़िंदगी तेरी इक-इक अदा जुर्म है
बेबसी जुर्म है हौसला जुर्म है
ऐ सनम तेरे बारे में कुछ सोचकर
ऐ सनम तेरे बारे में कुछ सोचकर
अपने बारे में कुछ सोचना जुर्म है
बेबसी जुर्म है हौसला जुर्म है
ज़िंदगी तेरी इक-इक अदा जुर्म है
बेबसी जुर्म है हौसला जुर्म है
याद रखना तुझे मेरा इक जुर्म था
याद रखना तुझे मेरा इक जुर्म था
भूल जाना तुझे दूसरा जुर्म है
बेबसी जुर्म है हौसला जुर्म है
ज़िंदगी तेरी इक-इक अदा जुर्म है
बेबसी जुर्म है हौसला जुर्म है
क्या सितम है के तेरे हसीं शहर में
क्या सितम है के तेरे हसीं शहर में
हर तरफ़ ग़ौर से देखना जुर्म है
बेबसी जुर्म है हौसला जुर्म है
ज़िंदगी तेरी इक-इक अदा जुर्म है
बेबसी जुर्म है हौसला जुर्म है