jagjit singh chaurahe par şarkı sözleri

चौराहे पर लूटता चियर चौराहे पर लूटता चियर प्यादे से पीट गया वज़ीर चालू आखरी चाल की बाजी छोड़ विरक्ति रचौ मैं राह कौन से जौ मैं राह कौन से जौ मैं सपना जानमा और मार गया मधु ऋतु में ही बाग झार गया सपना जानमा और मार गया मधु ऋतु में ही बाग झार गया तिनके बिखरे हुए बथोरू या नाव सरिस्टी साजौ मैं राह कौन सी जायू मैं राह कौन सी जायू मैं दो दिन मिले उधार में घाटे के वायपार में दो दिन मिले उधार में घाटे के वायपार में शान शान का हिसाब जोड़ू या पूंजी शेष लुतौऊ मैं रह कौन सी जायू मैं रह कौन सी जायू मैं चौराहे पर लूटता चियर प्यादे से पीट गया वज़ीर चालू आखरी चाल की बाजी छोड़ विरक्ति रचौ मैं राह कौन से जौ मैं राह कौन से जौ मैं
Sanatçı: Jagjit Singh
Türü: Belirtilmemiş
Ajans/Yapımcı: Belirtilmemiş
Şarkı Süresi: 5:35
Toplam: kayıtlı şarkı sözü
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