jagjit singh dushman ko bhi seene se şarkı sözleri
दुश्मन को भी सिने से लगाना नहीं भूले
दुश्मन को भी सिने से लगाना नहीं भूले
हम अपने बुज़ुर्गो का जमाना नहीं भूले
दुश्मन को भी सिने से लगाना नहीं भूले
तुम आंखों की बरसात बचाए रखना
तुम आंखों की बरसात बचाए रखना
कुछ लोग अभी आग लगाना नहीं भूले
कुछ लोग अभी आग लगाना नहीं भूले
दुश्मन को भी सिने से लगाना नहीं भूले
ये बात अलग हाथ कलाम हो गए अपने
ये बात अलग हाथ कलाम हो गए अपने
हम आपकी तस्वीर बनाना नहीं भूले
हम आपकी तस्वीर बनाना नहीं भूले
हम अपने बुज़ुर्गो का जमाना नहीं भूले
दुश्मन को भी सिने से लगाना नहीं भूले
इक उमर हुई मैं तो हांसी भूल चुका हूं
इक उमर हुई मैं तो हांसी भूल चुका हूं
तुम अब भी मेरे दिल तो दुखाना नहीं भूले
तुम अब भी मेरे दिल तो दुखाना नहीं भूले
दुश्मन को भी सिने से लगाना नहीं भूले
हम अपने बुज़ुर्गो का जमाना नहीं भूले
दुश्मन को भी सिने से लगाना नहीं भूले

