jagjit singh ghar se nikle the hausala karke şarkı sözleri

घर से निकले थे हौसला करके घर से निकले थे हौसला करके लौट आए खुदा खुदा करके घर से निकले थे हौसला करके दर्द-ए-दिल पाओगे वफ़ा करके दर्द-ए-दिल पाओगे वफ़ा करके दर्द-ए-दिल पाओगे वफ़ा करके हमने देखा हैं तजुरबा करके जिंदगी तो कभी नहीं आई जिंदगी तो कभी नहीं आई जिंदगी तो कभी नहीं आई मौत आई ज़रा ज़रा करके लोग सुनते रहे दिमाग की बात लोग सुनते रहे दिमाग की बात लोग सुनते रहे दिमाग की बात हम चले दिल को रहनुमा करके किसने पाया सुकून दुनिया मे किसने पाया सुकून दुनिया मे किसने पाया सुकून दुनिया मे जिंदगानी का सामना करके घर से निकले थे हौसला करके लौट आए खुद़ा खुदा करके घर से निकले थे हौसला करके
Sanatçı: Jagjit Singh
Türü: Belirtilmemiş
Ajans/Yapımcı: Belirtilmemiş
Şarkı Süresi: 6:03
Toplam: kayıtlı şarkı sözü
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