jagjit singh kabhi yun bhi aa meri aankh mein şarkı sözleri
कभी यूँ भी आ मेरी आँख में
के मेरी नज़र को खबर ना हो
कभी यूँ भी आ मेरी आँख में
के मेरी नज़र को खबर ना हो
मुझे एक रात नॉवज़ दे
मुझे एक रात नॉवज़ दे
मगर उस के बाद सहेर ना हो
कभी यूँ भी आ मेरी आँख में
के मेरी नज़र को खबर ना हो
हू बड़ा नही हू करीम हैं
मुझे यह शिफत भी आता करे
हू बड़ा नही हू करीम हैं
मुझे यह शिफत भी आता करे
तुझे भूलने की दुआ करो
तुझे भूलने की दुआ करो
तो दुआ में मेरी असर ना हो
कभी यूँ भी आ मेरी आँख में
के मेरी नज़र को खबर ना हो
कभी दिन धूप में ज़हूम के
कभी शब के फूल को चूम के
कभी दिन धूप में ज़हूम के
कभी शब के फूल को चूम के
या ही साथ साथ चले सदा
या ही साथ साथ चले सदा
कभी ख़त्म आपना सफ़र ना हो
कभी यूँ भी आ मेरी आँख में
के मेरी नज़र को खबर ना हो
मेरे पास मेरे हबीब आ
ज़रा और दिल के करीब आ
मेरे पास मेरे हबीब आ
ज़रा और दिल के करीब आ
तुझे धधकनो में बसा लून में
तुझे धधकनो में बसा लून में
के बिछड़ने का कभी दार ना हो
कभी यूँ भी आ मेरी आँख में
के मेरी नज़र को खबर ना हो
मुझे एक रात नॉवज़ दे
मुझे एक रात नॉवज़ दे
मगर उस के बाद सहेर ना हो
कभी यूँ भी आ मेरी आँख में
के मेरी नज़र को खबर ना हो