jagjit singh kagaz ki kashti şarkı sözleri

आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ ये दौलत भी ले लो, ये शोहरत भी ले लो भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी ये दौलत भी ले लो, ये शोहरत भी ले लो भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी मगर मुझको लौटा दो बच्चपन का सावन वो काग़ज़ की कश्ती वो बारिश का पानी वो काग़ज़ की कश्ती वो बारिश का पानी वो काग़ज़ की कश्ती वो बारिश का पानी मोहल्ले की सबसे पुरानी निशानी मोहल्ले की सबसे पुरानी निशानी वो बुढ़िया जिसे बच्चे कहते थे नानी वो नानी की बातों में परियों का डेरा वो चेहरे के झुरियों में सदियों का फेरा भुलाए नहीं भूल सक़ता है कोई वो छोटी सी रातें वो लंबी कहानी वो छोटी सी रातें वो लंबी कहानी वो छोटी सी रातें वो लंबी कहानी कभी रेत के ऊँचे टीलों पे जाना कभी रेत के ऊँचे टीलों पे जाना जा आ आ आ आ जा आ आ आ ना जाना, आ आ आ कभी रेत के ये जो अज़ान के जो notes है वो piano बाजे में नहीं बजाए जाना, आ आ आ कभी रेत के ऊँचे टीलों पे जाना घरौंदे बनाना,बना कर मिटाना वो मासूम चाहत की तस्वीर अपनी वो ख़्वाबों खिलौनों की जागीर अपनी न दुनिया का ग़म था, न रिश्तों के बंधन न दुनिया का ग़म था, न रिश्तों के बंधन बड़ी खूबसूरत थी वो ज़िन्दगानी बड़ी खूबसूरत थी वो ज़िन्दगानी ये दौलत भी ले लो, ये शोहरत भी ले लो भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी मगर मुझको लौटा दो बच्चपन का सावन वो काग़ज़ की कश्ती वो बारिश का पानी वो काग़ज़ की कश्ती वो बारिश का पानी वो काग़ज़ की कश्ती वो बारिश का पानी
Sanatçı: Jagjit Singh
Türü: Belirtilmemiş
Ajans/Yapımcı: Belirtilmemiş
Şarkı Süresi: 6:45
Toplam: kayıtlı şarkı sözü
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